युद्ध! थाईलैंड ने कंबोडिया पर किया हवाई हमला; ट्रंप के कराए सीजफायर समझौते का क्या? दोनों देशों के बीच पहले भी जंग हो चुकी
Thailand launches Air Strike on Cambodia over Border Dispute
Thailand-Cambodia Tension: दुनिया में इन दिनों अलग-अलग देशों के बीच आपसी जंग की स्थिति बनी हुई है। इस बीच खबर आ रही है कि थाईलैंड ने कंबोडिया पर एयर स्ट्राइक की है और जबरदस्त हवाई हमले कर बॉर्डर इलाकों को निशाना बनाया गया है। मसलन दोनों देशों के बीच एक बार फिर से तनाव चरम पर पहुंच गया है और हालात जंग जैसे दिख रहे हैं। गोलीबारी और हवाई हमलों के बीच प्रभावित इलाकों से नागरिकों को निकाला जा रहा है। वहीं इस लड़ाई को लेकर पूरे एशिया में हलचल देखी जा रही है।
ज्ञात रहे कि इसी साल जुलाई में दोनों देशों के बीच लगभग पांच दिनों तक जंगी लड़ाई हुई थी, जिसमें दर्जनों सैनिक और नागरिक मारे गए थे। वहीं बाद में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल और मध्यस्थता के चलते दोनों देशों के बीच सीजफायर को लेकर समझौता हो गया था। लेकिन थाईलैंड और कंबोडिया के युद्ध पर अब ट्रंप का शांति समझौता अधर में जाता हुआ और फेल हुआ दिख रहा है। क्योंकि इस समझौते के बाद एक बार फिर थाईलैंड और कंबोडिया के बीच जंग की शुरुआत हो गई है। बता दें कि, तनाव बढ़ने के बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे पर पहले पहले हमला करने का आरोप लगाया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, थाईलैंड की तरफ से कहा गया कि कंबोडिया की ओर से हमले की शुरुवात की गई और कंबोडियाई सैनिकों ने कई थाई इलाकों में पहले गोलीबारी की। जहां इस गोलीबारी में थाईलैंड के सैनिकों को नुकसान पहुंचा। जिसके बाद थाईलैंड ने कंबोडियाई हमलों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाया और और जवाबी कार्रवाई में कंबोडिया के कई बार्डर इलाकों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए विमानों का इस्तेमाल किया गया। उधर, कंबोडियाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि थाई सेना ने पहले कंबोडियाई सैनिकों पर हमला किया।
वहीं कंबोडिया ने थाईलैंड से कहा है कि वह क्षेत्र में शांति और स्थिरता को खतरे में डालने वाली सभी शत्रुतापूर्ण गतिविधियों को तुरंत बंद करे। बता दें कि दोनों देशों के बीच भीषण तनाव की यह स्थिति सीमा विवाद को लेकर बनी है। सीमा क्षेत्र को लेकर दोनों देश आमने-सामने हैं और लड़ाई पर उतर आए हैं। देखना यह होगा कि जंग किस हद तक जाती है?
थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद क्या?
रिओर्ट्स के मुताबिक, थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 800 किलोमीटर लंबी सीमा को लेकर दशकों से विवाद बना हुआ है। दोनों देशों के बीच विवाद 1904-1907 के फ्रांसो-सियामी संधि के बाद पैदा हुआ, जब फ्रांस ने कंबोडिया (तत्कालीन फ्रेंच इंडोचाइना) और सियाम (आधुनिक थाईलैंड) के बीच बॉर्डर निर्धारित किया। इस संधि के आधार पर बॉर्डर को प्राकृतिक जल विभाजक रेखा के अनुसार खींचा गया, लेकिन थाईलैंड ने बाद में इन नक्शों को अस्वीकार कर दिया। 1962 में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने प्रेह विहार मंदिर को कंबोडिया को सौंप दिया, लेकिन थाईलैंड ने आसपास के क्षेत्रों पर दावा बनाए रखा।